जहां बिकते थे छग के लोकल उत्पाद, अब सरकार वहां बेंचेगी शराब,पिलाबो शराब, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़-आम आदमी पार्टी
- ANIS LALA DANI

- Jul 1
- 3 min read
पत्रकार अमृतेश्वर सिंह की कलम से:-
छत्तीसगढ़ को शराबगढ़ बनाने में लगी सरकार-गोपाल साहू, प्रदेश अध्यक्ष, AAP, छग
जहां बिकते थे छग के लोकल उत्पाद, अब सरकार वहां बेंचेगी शराब,पिलाबो शराब, गढ़बो नवा छत्तीसगढ़-आम आदमी पार्टी
रायपुर, 25 जून 2025। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने छत्तीसगढ़ की साय सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ की सरकार छत्तीसगढ़ की जनता सिर्फ शराब में डूबोना चाह रही है। पिलाबो शराब,गढ़बो नवा छत्तीसगढ़, लगता ये अब सरकार का नया नारा है! अंबिकापुर में नई प्रीमियम शराब दुकान के बारे में उन्होंने बताया कि जिस जगह पहले छत्तीसगढ़ के लोकल उत्पाद बेंचें जाते थे, आज उस जगह प्रीमियम शराब दुकान खोल दी गयी है। शहर के गांधी चौक पास हस्तशिल्प और ऑर्गेनिक फूड की बिक्री के लिए बनाए गए सी-मार्ट की बिल्डिंग में अब प्रीमियम क्वालिटी की शराब बिकेगी। हद तो तब हो गयी जब जिले के आबकारी अधिकारी ने इसे सरकार का ऐतिहासिक निर्णय बताया! आज भी हर साल राज्य में जहरीली शराब पीने से हजारों लोगों की मौत होती है। छत्तीसगढ़ की जनता को सरकार शराबी बना रही है इससे उनके परिवार बर्बाद हो रहें हैं।

प्रदेश महासचिव (सोशल मीडिया, मीडिया प्रभारी), मुख्य प्रवक्ता सूरज उपाध्याय ने बताया कि हाल ही में आबकारी विभाग को किस तरह रायपुर के आबकारी अधिकारी राजेंद्र नाथ तिवारी को निलंबित करना पड़ा। तिवारी पर आरोप है कि उनके प्रभार क्षेत्र रायपुर के लालपुर में कंपोजिट मदिरा दुकान में मिलावटी और बिना होलोग्राम की शराब बेची जा रही थी। जांच के दौरान दुकान में 12 लाख 10 हजार 480 रुपए कम पाया गया था। इससे स्पष्ट है कि किस तरह आबकारी विभाग में अनियमितता है और सरकार इसे अनदेखी कर लापरवाही कर रही है ।
प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंग ने कहा कि प्रदेश में शराब से कमाई का बड़ा सेटिंग चल रहा है। छत्तीसगढ़ में शराब बड़ा मुद्दा रहा है। पिछली सरकार के दौरान शराबबंदी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के नेताओं में जुबानी जंग होती रही है। वहीं राज्य में शराब वितरण व्यवस्था को लेकर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं और अब इस खुलासे के बाद सरकार पर दबाव है कि वह ठेका प्रणाली और सप्लाई चैन में पारदर्शिता सुनिश्चित करे। यह मामला न सिर्फ एक प्रशासनिक चूक को उजागर करता है, बल्कि ठेकेदारों और सरकारी व्यवस्था के बीच संभावित मिलीभगत पर भी सवाल खड़े करता है।

प्रदेश महासचिव वदूद आलम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद अवैध शराब और मिलावटी शराब का केंद्र बन चुका है। पान ठेलो, किराना दुकानों में शराब बिक रही है। साय सरकार गली, मुहल्लों में शराब बिकवा रही, अवैध होलोग्राम लगा कर प्रदेश भर के शराब दुकानों में शराब बेची जा रही, राजधानी में तो एक किराना दुकान में शराब बेची जा रही है। कमोबेश पूरे प्रदेश में यही हालात है। विपक्ष में रहकर पूर्ण शराबबंदी की बात करने वाले शराब की काली कमाई में लगे है। शराबबंदी को लेकर पांच सालों तक हल्ला मचाने वाले भाजपाई बताये शराबबंदी कब होगी? साय सरकार के द्वारा लगातार शराबखोरी को संरक्षण देने वाले निर्णयों से प्रमाणित है कि भाजपा का शराबबंदी के लिए प्रदर्शन केवल राजनैतिक पाखंड था। छत्तीसगढ़ में पहले 674 शराब दुकान थीं, साय सरकार के शराब प्रेम में 67 नई शराब दुकान खोलने के निर्णय से स्पष्ट है की भाजपा द्वारा पूरे प्रदेश को नशे में डुबोने का षड्यंत्र रचा है।
प्रदेश उपाध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य देवलाल नरेटी ने कहा कि आम आदमी पार्टी राज्य सरकार द्वारा इस तरह की शराब नीति का विरोध करती है और आने वाले समय में यदि सरकार ने राज्य में शराब बंदी नहीं की तो आम आदमी पार्टी बड़ा आंदोलन करेंगी।
मिहिर कुर्मी
प्रदेश मीडिया प्रभारी
आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़
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