राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी शताब्दी पर विशाल रक्तदान एवं स्वास्थ्य शिविर का सफल आयोजन....
- ANIS LALA DANI

- Dec 1
- 2 min read

109 यूनिट रक्तदान, 250 से अधिक लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच
सिकल सेल व थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए राज्य अल्पसंख्यक आयोग की जीवनदायिनी पहल
पत्रकार अमृतेश्वर सिंह की क़लम से:-
श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी शताब्दी के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के द्वारा गुरुद्वारा गुरु नानक नगर, श्याम नगर (तेलीबांधा) में एक विशाल रक्तदान एवं निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का सफल आयोजन किया गया।
शिविर का संचालन बिलासा ब्लड सेंटर, छत्तीसगढ़ सिख काउंसिल एवं गुरुद्वारा गुरु नानक नगर समूह साध संगत के सहयोग से किया गया। शिविर में सुबह 9 बजे से ही बड़ी संख्या में नागरिक रक्तदान एवं स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंचने लगे थे।
आयोजन से पूर्व व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर रक्तदाताओं का पंजीयन किया गया था। देर शाम तक चले इस शिविर में कुल 109 रक्तदाताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया, वहीं 250 से अधिक लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। यह रक्त विशेष रूप से सिकल सेल एवं थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के उपचार एवं जीवन रक्षक जरूरतों के लिए सुरक्षित किया गया, जिससे अनेक जरूरतमंद बच्चों को नया जीवन मिलने की उम्मीद जगी है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिए विशेष स्वास्थ्य कार्ड भी जारी किए गए,
जिनके माध्यम से आगे चलकर स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार में विशेष रियायत उपलब्ध कराई जाएगी छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करते हुए बताया कि सिख रक्तदाताओं को साढ़े सात मीटर की केसरिया पगड़ी,
सामान्य रक्तदाताओं को हेलमेट, तथा युवतियों को हेलमेट और केसरिया चुनरी सम्मान स्वरूप भेंट किए गए इस अवसर पर बिलासा ब्लड बैंक की ओर से श्रीमती सोनल रघुवंशी, छत्तीसगढ़ सिख काउंसिल के महासचिव गगन हंसपाल, जिला अध्यक्ष गुरदीप टुटेजा, जस्सी खनूजा, हरविंदर सिंह, जसबीर सिंह, इंद्रजीत सिंह, राजविंदर सिंह खालसा, एवं गुरुद्वारा गुरु नानक नगर के अध्यक्ष लवली खालसा सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं सेवादार उपस्थित रहे यह आयोजन गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान, मानवता, सेवा और त्याग के संदेश को जीवंत करते हुए समाज के लिए प्रेरणास्रोत बना। यह शिविर न केवल रक्तदान तक सीमित रहा, बल्कि सिकल सेल पीड़ित बच्चों के जीवन की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुआ।





.jpg)



















