जानें राम मंदिर समारोह से पहले क्या बोले पीएम मोदी....
- ANIS LALA DANI
- Jan 22, 2024
- 2 min read

ब्रेकिंग ADN न्यूज़-
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या स्थित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ‘ऐतिहासिक क्षण’ बताते हुए कहा कि यह भारतीय विरासत एवं संस्कृति को समृद्ध करेगा तथा देश की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. पीएम मोदी ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भेजे गए दो पन्नों के पत्र का जवाब देते हुए यह बात कही.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ‘एक्स’ पर राष्ट्रपति मुर्मू का शुभकामना पत्र रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘राष्ट्रपति, अयोध्या धाम में राम लला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर शुभकामनाओं के लिए आपका बहुत-बहुत आभार. मुझे विश्वास है कि यह ऐतिहासिक क्षण भारतीय विरासत एवं संस्कृति को और समृद्ध करने के साथ ही हमारी विकास यात्रा को नए उत्कर्ष पर ले जाएगा.’
राष्ट्रपति मुर्मू ने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम मोदी को लिखा था पत्र राष्ट्रपति मुर्मू ने प्राण प्रतिष्ठा से पहले रविवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश भर में जश्न का माहौल भारत की शाश्वत आत्मा की एक निर्बाध अभिव्यक्ति और देश के पुनरुत्थान में एक नए चक्र की शुरुआत है.
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे दो पन्नों के पत्र में राष्ट्रपति ने कहा, ‘जैसा कि आपने अयोध्या में भगवान राम के जन्मस्थान पर बने नए मंदिर में प्रभु श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए जाने के वास्ते खुद को तैयार किया है. मैं केवल उस अद्वितीय सभ्यतागत यात्रा की कल्पना कर सकती हूं, जो पवित्र परिसर में आपके द्वारा उठाए गए प्रत्येक कदम के साथ पूरी होगी.’
राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी द्वारा किए गए 11 दिवसीय कठोर ‘अनुष्ठान’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह न केवल एक पवित्र अनुष्ठान है, बल्कि भगवान राम के प्रति त्याग और समर्पण का एक सर्वोच्च आध्यात्मिक कार्य भी है.
राष्ट्रपति ने हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश भर में जश्न का माहौल भारत की शाश्वत आत्मा की एक निर्बाध अभिव्यक्ति है. उन्होंने कहा, ‘हम सभी भाग्यशाली हैं कि हम अपने राष्ट्र के पुनरुत्थान में एक नए चक्र की शुरुआत देख रहे हैं.’
राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान राम के साहस, करुणा और कर्तव्य पर निरंतर ध्यान जैसे सार्वभौमिक मूल्यों को इस भव्य मंदिर के माध्यम से लोगों के और करीब लाया जाएगा.