काश फाउंडेशन के द्वारा थैलेसीमिया पीड़ित 113 बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो चुका है - काजल सचदेव....
- ANIS LALA DANI

- Jul 9
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पत्रकार अमृतेश्वर सिंह की कलम से:-
रायपुर:-''कोई अपना सा हो"काश फाउंडेशन की संचालक एवं अध्यक्ष काजल सचदेव ने आलाप संवाददाता से चर्चा के दौरान बताया कि थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के ब्लड हर माह

मुहैया कराया जाता है। इसी क्रम में काश फाउंडेशन रायपुर द्वारा विगत 2जुलाई को सुबह नौ बजे से शाम 4 बजे तक सचदेव धर्मशाला रमन धर्मशाला रमन मंदिर मार्ग फाफाडीह रायपुर मेगा ब्लड डोनेट शिविर का आयोजन किया गया था। बताया की छत्तीसगढ़ बाईस हजार से अधिक थैलेसीमिया एवं छः हजार से अधिक सिकलसेल से पीड़ित बच्चे हैं हर पंद्रह दिन में ब्लड बदलने की आवश्यक होता है। कहा कि मेरे बच्चा स्वयं थैलेसीमिया से पीड़ित हैं हर पंद्रह दिन में ब्लड चेंज करना पड़ता है।
काजल सचदेव ने कहा कि पीड़ित बच्चे एवं परिजनों के दर्द से वाकिफ हूं। यहां काटाभाजी से आये है छत्तीसगढ़ उड़ीसा, झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश शहडोल के बच्चे थैलेसीमिया पीड़ित ब्लड लगाने आते हैं। कुछ तो होगा, हम लोग बच्चों के ठीक होने पर कार्य करते हैं रिजल्ट देते हैं
इसके अलावा प्रवेशन पर कार्य करते हैं इस तरह बच्चे पैदा ना हो इसके लिए हम लोगो ने गांव गांव में मैं पोस्टर लगाए हैं। हमारे खुद की कॉपी राइट वाले पोस्टर बने हुए हैं बीस हजार पोस्टर लगाए हैं।
जो भी पेशेंट आते हैं उनको पोस्टर देते हैं कई जगह कैंप लगाया गया है गांव गांव में जाकर कैंप लगाते हैं। काश फाउंडेशन द्वारा इस तरह बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट हो चुका है तथा थैलेसीमिया पीढ़ी बच्चों को ब्लड मुहैया कराया जाता है तथा कैम्प का आयोजन काश फाउंडेशन द्वारा किया जाता है।





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